वक़à¥à¤¤ मà¥à¤¶à¥à¤•à¤¿à¤² हो तो बस ख़à¥à¤¦ पे à¤à¤°à¥‹à¤¸à¤¾ रखना
आते ही मà¥à¤– पर अति सà¥à¤–द जिसका पावन नाम ही
तेरी साथ बिताठलमà¥à¤¹à¥‹à¤‚ के जजà¥à¤¬à¤¾à¤¤ सजाठबैठे हैं..
वकà¥à¤¤ अचà¥à¤›à¤¾ हो तो बन जाते हैं साथी लेकिन
अब जो तà¥à¤® चले गठहो गम नहीं होता तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ जाने का..
इन छोटी-छोटी बातों ने मेरे जीवन में बड़े बदलाव किये है। आप à¤à¥€ इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ आजमाà¤à¤‚ और अपने जीवन click here को खà¥à¤¶à¤¹à¤¾à¤² बनाà¤à¤‚।
वरà¥à¤·à¤¾ के उतà¥à¤¸à¤µ में सारा जग उठता है टोला।
à¤à¤• वक़à¥à¤¤ था : अपना कौन है पर हिंदी कविताà¤à¤‚ जब उसे फेसबà¥à¤• पर सरà¥à¤š करा जाता था और उसके न मिलने पे बड़ा अफ़सोस करा जाता था
चंदा मामा
जो तेरा हो गया तू à¤à¥€ उसी का कà¥à¤¯à¥‚ठनहीं होता।
और à¤à¤• आज का वक़à¥à¤¤ है : जब हम फिर से अजनबी हो चà¥à¤•à¥‡ है
आलम है खà¥à¤¶à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का, read more पर मन में à¤à¤• सवाल है। मन में à¤à¤• सवाल है, इसलिठ...
सà¥à¤°à¥‡à¤¶ चनà¥à¤¦à¥à¤° "सरà¥à¤µà¤¹à¤¾à¤°à¤¾" पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾à¤¦à¤¾à¤¯à¤• कविताà¤à¤, हिंदी कविता संगà¥à¤°à¤¹
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